ताजमहल में मंगलवार दोपहर फोटोग्राफर और सैलानियों के बीच मारपीट हो गई। पहले ताज के अंदर सैलानियों ने फोटोग्राफरों को पीटा। इसके बाद ताज के बाहर फोटोग्राफरों ने सैलानियों की पिटाई की। वहां अफरा तफरी मच गई।
फोटोग्राफर सैलानियों के साथ ताज में पहुंचे लपकों के फोटो खींचने का विरोध कर रहे थे। इसी पर झगड़ा हो गया। पुलिस ने इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
एक कंपनी के व्हाट्स ग्रुप से जुड़ा 40-50 सैलानियों का समूह ताज देखने के लिए पहुंचा था। इन लोगों ने फोटो खिंचवाने के लिए अपने साथ लपकों को ले लिया। ताज के बाहर लपके खुद को लाइसेंसधारी फोटोग्राफर बनाकर खड़े रहते हैं। ये लोग लाइसेंसधारी फोटोग्राफरों से कम पैसा लेते हैं।
सैलानी इन्हें साथ ले गए। ताज के अंदर एएसआई से लाइसेंस लिए फोटोग्राफर मौजूद थे। उन्होंने लपकों को फोटो खींचते देखा तो गुस्से से आग बबूला हो गए। उन्होंने सैलानियों से कहा कि वे लपकों से फोटो न खिंचवाएं। इसी पर विवाद हो गए। यहां सैलानियों ने फोटोग्राफरों को पीटा। वे उस समय वहां से बाहर चले गए।
थोड़ी देर बाद जब सैलानी बाहर निकले तो फोटोग्राफरों ने घेर लिया। उनके साथी भी आ चुके थे। यहां फोटोग्राफरों ने सैलानियों को पीटा। इससे अफरा तफरी मच गई। एएसआई ने किसी तरह फोटोग्राफरों को वहां से अलग किया। सैलानी थाना चले गए। पर्यटन थाना के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि किसी पक्ष ने भी तहरीर नहीं दी है। घटना की जानकारी पर पुलिस भेजी गई थी।
एएसआई के लाइसेंसी फोटोग्राफरों ब्रजेश गुप्ता और राहुल के साथ हुई मारपीट में उनके कपड़े फट गए और उन्हें कई चोटें भी आईं। एएसआई ताजमहल के संरक्षण सहायक ने अधीक्षण पुरातत्वविद को अपनी रिपोर्ट शाम को ही भेज दी, जिसमें पूरा ब्यौरा दिया गया है।